सूरज निकलता है तुम्हारे कदमों की आहट से,
हर कली खिलती है तुम्हारे ही जागने से,
ज्यादा मत सोया करो, अब तो जाग जाओ,
क्योंकि हर सुबह होती है सिर्फ तुम्हारे मुस्कुराने से !!
Suraj nikalta hai tumhaare kadmo ki aahat se,
Har kali khilti hai tumhaare hi jaagne se,
Jyada mat soya karo, ab to jaag jaao,
Kyonki har subah hoti hai sirf tumhaare muskuraane se !!